सम्पुर्ण स्वर्गाश्रम नगरी हिमालय पर्वत की श्रंखलाऔ में मणिकूट पर्वत की गोद मे जो उत्तराखंड के चारो धामो का मुख्य प्रवेश द्वार है मोक्षदायिनी माँ गंगा के किनारे विराजमान है ।
होटल राधे राधे स्वर्गाश्रम क्षेत्र मे मोक्षदायिनी माँ गंगा के किनारे एक मिनट की पैदल दुरी पर स्थित है । और एक मिनट की पैदल दुरी पर ही हिमालय पर्वत की अद्भुत
व दिव्य अलौकिक शक्तियो से युक्त मणिकुट पर्वत की गोद मे स्थित राजाजी नेशनल पार्क के पास स्थित है ।
होटल श्री राधे राधे से 22 किमी. मोटर मार्ग या 14 किमी.पैदल मार्ग की दुरी पर विश्व प्रसिद् शक्ति पीठ नीलकंठ महादेव व पाताल भुवनेश्वरी मंदिर विराजमान है ।
स्वर्गाश्रम एक आध्यात्मिक क्षेत्र है । यह ऋषि-मुनियो की तपोस्थली रही है । यहाँ की भुमि मे दिव्य शक्तियाँ निहित है ।
स्वर्गाश्रम योग व ध्यान की नगरी है । यहाँ पर रहने मात्र से ही मन को अनंत शांति प्राप्त होती है ।
यहाँ के वातावरण मे दिव्य औषधियो की महक विधमान रहती है ।
स्वर्गाश्रम क्षेत्र अपने नाम के अनुरुप स्वर्ग के समान ही है ।
होटल श्री राधे राधे की स्थापना सन 1996 मे पुज्य स्व.श्री राधाकिशन अग्रवाल जी द्वारा की गई थी ।